क्या आप यह जानना चाहते हैं कि क्रेडिट कार्ड क्या होता है? और क्रेडिट कार्ड कैसे बनता है? Credit Card के क्या-क्या फायदे और नुकसान होते हैं? तो आप एक सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं।
क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम यही जानेंगे की Credit Card किसे कहते हैं, क्रेडिट कार्ड को बनाने की क्या प्रक्रिया है क्रेडिट कार्ड के फायदे और क्या नुकसान है वो भी आसान भाषा मे।
Credit Card से जुड़ी तमाम जानकारी को जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
🔗 Contents
- Credit Card क्या होता है? – What is Credit Card
- क्रेडिट सीमा क्या होता है? – What is Credit Limit
- Credit Card कैसे प्राप्त करे? क्रेडिट कार्ड कैसे बनता है?:
- क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होते है? – Types of Credit Card
- क्रेडिट कार्ड के फायदे एवं नुकसान – Pros & Cons of Credit Card
- FAQs On Credit Card Kya Hota Hai
Credit Card क्या होता है? – What is Credit Card
क्रेडिट कार्ड ATM कार्ड की ही तरह दिखने वाला एक Plastic card होता है जो बैंक या वित्तीय संस्थान के द्वारा किसी ग्राहक (व्यक्ति या आर्गेनाइजेशन) को जारी किया जाता है।
आसान भाषा में समझे तो बैंक या अन्य कोई भी वित्तीय संस्थान आपकी Profile को देखकर एक निश्चित निर्धारित राशि (जैसे 10 हजार से लेकर 50 हजार या 1 लाख तक) आपको उधार देती है, और इस राशि को आप जरूरत के समय किसी भी प्रकार की खरीदारी या अन्य उपयोग में ले सकते हैं।
Credit card पर जारी की हुई यह राशि एक प्रकार का ऋण होता है जो आपको निश्चित समय के लिए उधार दिया जाता है और एक निश्चित तारीख को Bill जनरेट होने के बाद आपको इस राशि को चुकाना पड़ता है। किसी भी व्यक्ति को लगभग 50 दिन का समय मिलता है, जिसमें क्रेडिट कार्ड पर मिली हुई राशि को वह बिना ब्याज के प्रयोग कर सकता है।
क्रेडिट सीमा क्या होता है? – What is Credit Limit
जब एक Bank अपने किसी Customer को क्रेडिट कार्ड की सुविधा प्रदान करती है तो वह बैंक सबसे पहले व्यक्ति की Profile को अच्छे से चेक करती है, जैसे व्यक्ति का क्या प्रोफेशन है? क्रेडिट कार्ड पाने वाला व्यक्ति Job कर रहा है या Business करता है? अगर job करता है तो Private job है या Government job है? और अगर Business करता है तो किस type का Business है?
इसके अलावा बैंक यह व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर को भी चेक करती है। यह सभी चेक करने का बैंक का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति की आय के बारे में पता करना है यह सब कुछ चेक करने के बाद ही बैंक यह निर्धारित कर पाती है कि किसी व्यक्ति या आर्गेनाइजेशन को क्रेडिट कार्ड देना है या नहीं ।
अगर क्रेडिट कार्ड देना है तो उस पर एक क्रेडिट लिमिट निर्धारित की जाती है जैसे 10 हजार से लेकर 50 हजार या 1 लाख रुपये। क्रेडिट लिमिट व्यक्ति की आय और खर्च पर निर्भर करती है। इस Credit Limit के बाहर खर्च करने की अनुमति बिलकुल नहीं होती है।
Credit Card कैसे प्राप्त करे? क्रेडिट कार्ड कैसे बनता है?:
क्रेडिट कार्ड को पाने के लिए यूं तो दो तरीके हैं, जिसमें पहला तरीका यह है कि बैंक ब्रांच में खुद जाकर क्रेडिट कार्ड के लिए Offline apply किया जाए।
बैंक ब्रांच में आपको क्रेडिट कार्ड के लिए एक फॉर्म फिल करना पड़ता है। जहां पहचान पत्र के रूप में आप अपना आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस या पैन कार्ड दे सकते हैं और आवास प्रमाण के लिए आप अपना बिजली बिल के एक कॉपी जमा कर सकते हैं।
फॉर्म भरकर ब्रांच मे जमा करना पड़ता है और बैंक द्वारा सब कुछ अच्छे से जांचने के बाद और अप्रूवल मिलने के बाद आपको क्रेडिट कार्ड मिल जाता है।
दूसरा तरीका है कि बैंक की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर क्रेडिट कार्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना, जहाँ आपको सारी जानकारी को ऑनलाइन ही भरना होता है, जैसे आपकी पर्सनल डिटेल्स – नाम, उम्र, पता, कांटेक्ट नंबर, रोजगार की जानकारी, इनकम प्रूफ और जरूरी डॉक्यूमेंट जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी इन सभी की सॉफ्ट स्कैन कॉपी को अपलोड करना होता है।
सारी जरूरी जानकारी भरने के बाद आप क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके पश्चात आपको कुछ दिन इंतजार करना पड़ता है, और बैंक द्वारा अप्रूवल मिलने के बाद आपको क्रेडिट कार्ड जारी कर दिया जाता है।
क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होते है? – Types of Credit Card
क्रेडिट कार्ड के यूं तो कई सारे प्रकार है, लेकिन यह आपकी जरूरत पर निर्भर करता है कि आपको क्रेडिट कार्ड किस उद्देश्य के लिए चाहिए।
तो चलिए जानते हैं क्रेडिट कार्ड के प्रकार!
1. Rewards Credit Card
कई बार हम देखते हैं कि फ्लिपकार्ट और अमेजॉन जैसी शॉपिंग साइट्स पर क्रेडिट कार्ड ऑफर चलते हैं और यहां से शॉपिंग करने पर हमें कुछ पॉइंट्स मिलते हैं, जिन्हें रिवार्ड्स कहते हैं। आप अपनी अगली खरीदारी करने में रिवार्ड्स को उपयोग कर सकते हैं।
2. Travel Credit Card
अगर आप अक्सर बार-बार यात्रा करना पसंद करते हैं तो ट्रैवल क्रेडिट कार्ड आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है। इस टाइप की क्रेडिट कार्ड में काफी सारे फायदे जुड़े होते हैं जैसे ट्रैवल इंश्योरेंस, होटल डिस्काउंट, फ्लाइट बुकिंग ऑफर आदि।
3. Student Credit Card
अगर आप एक स्टूडेंट है और अपने पढ़ाई से संबंधित खर्चों को मैनेज करने के लिए इस टाइप का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड प्रयोग में ला सकते हैं। अक्सर स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड छोटी क्रेडिट लिमिट में प्रयोग किया जाता है।
4. Cashback Credit Card
यह एक प्रकार का विशेष क्रेडिट कार्ड है जो किसी शॉपिंग साइट्स जैसे Flipkart & Amazon पर खरीदारी करने पर आपको कुछ प्रतिशत का कैशबैक देने में काम आता है।
5. Business Credit Card
यह खास प्रकार का क्रेडिट कार्ड केवल व्यवसायिक प्रयोग के लिए बनाया गया है, ताकि एक बिजनेसमैन अपने व्यक्तिगत और व्यवसायिक खर्चों को अलग-अलग कर सके। अक्सर व्यावसायिक खर्चों पर इस प्रकार के क्रेडिट कार्ड पर रिवॉर्ड मिलता है।
6. Premium Credit Car
इस प्रकार के क्रेडिट कार्ड अक्सर उनको जारी किया जाता है जिनकी इनकम काफी ज्यादा होती है और इनको कुछ खास प्रकार के विशेष फायदे दिए जाते हैं जैसे क्रेडिट कार्ड की उच्च क्रेडिट सीमा (High credit limit) आदि।
क्रेडिट कार्ड के फायदे एवं नुकसान – Pros & Cons of Credit Card
यहां हम जानेंगे की क्रेडिट कार्ड के क्या-क्या फायदे और नुकसान रहने वाले हैं।
क्रेडिट कार्ड रखने के फायदे
- अगर हमारे पास क्रेडिट कार्ड होगा तो बिना कोई कैश पास में रखें हम आसानी से शॉपिंग कर पाएंगे।
- अगर आप क्रेडिट कार्ड को अच्छे से मेंटेन करते हैं तो इससे आपकी एक अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री बनती है, जिसकी सहायता से आप भविष्य में पैसा उधार लेने, लोन लेने या दूसरा कोई क्रेडिट कार्ड लेने में आसानी होती है।
- आपातकालीन स्थिति में जब अचानक से कोई बड़ा या छोटा खर्चा सामने आता है, ऐसे में क्रेडिट कार्ड से काफी हद तक मदद मिल जाती है।
- क्रेडिट कार्ड की मदद से आप कैशबैक रीवार्ड्स या खरीदारी में डिस्काउंट को प्राप्त कर सकते हैं और इस रीवार्ड्स को आप अपनी अगली शॉपिंग में प्रयोग कर पाते हैं।
- कुछ क्रेडिट कार्ड जैसे ट्रैवल क्रेडिट कार्ड की मदद से आपको ट्रैवल इंश्योरेंस और यात्रा से संबंधित खर्चो पर मिलने वाला डिस्काउंट प्राप्त हो जाता हैं।
- और अंत में अगर आपने क्रेडिट कार्ड को अच्छे से मेंटेन किया है तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ जाता है।
क्रेडिट कार्ड रखने के नुकसान
चलिए अब जान लेते हैं क्रेडिट कार्ड रखने से आपको क्या-क्या नुकसान उठाने पड़ सकते हैं:-
- क्रेडिट कार्ड को बड़ी बुद्धिमानी से प्रयोग करना चाहिए अन्यथा आप कर्ज जैसी भयंकर परेशानी में फस सकते हैं।
- अगर आप एक निश्चित समय सीमा के अंतर्गत अपनी बकाया राशि जमा नहीं कर पाते हैं तो उसके एवज में बैंक आपसे ब्याज चुकाने को कहती है।
- कई बार क्रेडिट कार्ड रखने की वजह से हम ज्यादा पैसा खर्च कर देते हैं लेकिन बाद में तो हमें वह चुकाना ही पड़ता है ना।
- अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल को निश्चित समय सीमा के अंतर्गत भर नहीं पाते हैं तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर बिगड़ जाता है, जिससे भविष्य में आपको लोन लेने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
- अगर आप क्रेडिट कार्ड को मेंटेन करने के लिए केवल न्यूनतम राशि ( बकाया राशि का 5%) को ही चुकाते हो तो इससे आप ब्याज रूपी कर्ज में बुरी तरह से फंस सकते हो।
तो दोस्तों यह Credit Card से संबंधित जानकारी थी । आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल क्रेडिट कार्ड क्या होता है पढ़कर बहुत अच्छा लगा होगा। फिर से मिलते हैं एक नए आर्टिकल के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।
FAQs On Credit Card Kya Hota Hai
क्रेडिट कार्ड से क्या होता है?
क्रेडिट कार्ड हमे किसी भी खरीदारी पर भुकतान करने की सुविधा प्रदान करता है।
क्रेडिट कार्ड का चार्ज कितना होता है?
क्रेडिट कार्ड मे कई तरह के चार्ज लगते हैं जैसे Interest (ब्याज), Annual Maintenance Charge, कैश विड्रॉल चार्ज, Balance Transfer और Over limit Fees.
क्रेडिट कार्ड का बिल न भरने पर क्या होगा?
क्रेडिट कार्ड का बिल न भरने पर आपको डिफाल्टर घोषित किया जाएगा और आपका सिबिल स्कोर भी खराब हो जाएगा।
क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करने में कितने दिन का समय मिलता है?
क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करने के लिए औसतन 50 दिन का समय मिलता है।
क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने पर कितना चार्ज देना होता है?
क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने पर लगभग ढाई से 3% तक का चार्ज चुकाना पड़ता है।