आज की इस post में हम बात करने वाले हैं, कि Projector क्या है? और कैसे काम करता है वैसे तो आपने projector का इस्तेमाल होते कहीं ना कहीं जरूर देखा होगा, क्योंकि आजकल projector का इस्तेमाल होना बहुत ही common हो गया है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि Projector Projector किस तरह काम करता है या Projector का आविष्कार किसने किया है यदि आपको इस बात की जानकारी नहीं है पर आप इस बात को जानना चाहते हैं इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि हम यहां आपको Projector से जुड़े तमाम जानकारी प्रदान करेंगे
साथ ही हम आपको बताएंगे, कि Projector के कई अलग अलग प्रकार होते है, जिनका कार्य भी अलग अलग होता है। तो चलिए बिना समय बर्बाद किए, इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं –
🔗 Contents
Projector क्या है
वैसे तो Projector के बारे में बहुत लोग जानते ही है, लेकिन कुछ लोग हमारे बीच आज भी ऐसे है, जिन्हें इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है। आपको बता दे की Projector एक output device है, जो कि किसी भी प्रकार की पूर्ण recorded video या उसमे दर्शायी गयी image को किसी सफेद पर्दे यहां दीवार पर प्रदर्शित करता है।
Projector का उपयोग आज के समय में स्कूल और office, Theater, cinema house में सबसे ज्यादा होता है। इन सभी कार्यो के लिए अलग अलग तरह के Projector आते है। इसका उपयोग किसी भी image या video को बड़े screen पर दिखाने का कार्य करता है।
Projector एक electronic device होता है, जिसे computer से एक cable की सहायता से connect किया जाता है और इसमे से निकलने वाली रौशनी को बड़े सफ़ेद परदे पर डाला जाता है।
Projector का आविष्कार किसने किया
हम आपको बता दे की Projector का अविष्कार विश्वभर में एक क्रन्तिकारी बदलाव को लेकर आया है। इसका का आविष्कार Charles Francis Jenkins ने सन 1894 में किया था। उसके बाद से आज तक इसका उपयोग किया जा रहा है, वर्तमान में इसमे कई तरह के बदलाव भी देखने को मिले है और इसे पहले से बेहतर बनाया गया है।
आजकल के projectors में और पुराने projectors में कुछ भी समानता नहीं हैं। पहले के समय original models में celluloid film के द्वारा light को blast किया जाता था और इसको sounds के साथ जोड़ा जाता था।
लेकीन वर्तमान में design और implementation दोनों में बहुत complexiety होती है। market में आपको कई तरह के Projector मिलते है, जो उनकी खूबियों के साथ अलग अलग price में उपलब्ध होते है।
Projector के प्रकार
जैसा की हमने आपको बताया है, की Projectors क्या है और projector का अविष्कार किसने किया तो चलिए अब हम बात करते है projector के प्रकार के बारे में।
बता दें कि projector के कई प्रकार होते है उन सबका उपयोग अलग अलग जगह पर किया जाता है, इसमे से हम आपको कुछ खास तरह के Projectors के प्रकार बता रहे है। जेसे –
1. DLP Projection
DLP technology से भरा होता है, इसमे आपको कई तरह के feature देखने को मिलते है। इसे सन 1987 में Texas Instruments द्वारा बनाया गया था। इसमे एक DMD Chip लगी होती है, जो कई millions tiny mirrors से बने हुए होते हैं।
इसमे ऐसे controls लगे होते हैं, जिसमे pixels करीब 150x each second से लेकर 250x तक हो सकते है, जो image को और बेहतर बनाते है।
2. LCD projector
LCD projector किसी भी video को प्रदर्शित करने के लिए बनाये जाते है। LCD projector video और photos के साथ साथ computer data को भी प्रदर्शित करने के लिए उपयोग में लाया जाता है।
यह flat surface में show करने के लिए भी उपयोग किया जाता है। यह slide projector और overhead projector का latest modern version है। इसके कार्य करने का तरीका अलग होता है।
यह Images display करने के लिए, typically light को send करते हैं और metal-halide lamp से एक prism के द्वारा series की dichroic filters को separate तरीके से प्रदर्शित करती है। इस तरह से video को प्रदर्शित किया जाता है।
3. CRT Projector
CRT यानी “Cathode Ray Tube“ को Projector के नाम से जाना जाता है। यह बड़े रूप में उपयोग करने के लिय उपयोग किया जाता है। इन projector का अधिकतर उपयोग school के auditorium या Bars में गानों को चलाने के लिए किया जाता है।
CRTs में fixed number की pixels नहीं होती हैं, इनको अधिकतर एक जगह से दूसरी जगह पर नही ले जाया जाता है। यह fixed installations के द्वारा अधिक कार्य करता है।
Projector कौन कौन से कार्यो में उपयोग किया जाता है
Projector को कई तरह से उपयोग किया जाता है, जैसे –
- सबसे ज्यादा projector का उपयोग वर्तमान में office, company में presentation के लिए करते है।
- Projector को Theater, cinema house में फिल्मो, गानों और entertainment के लिए भी किया जाता है।
- आजकल इसका उपयोग शादियों में program को live telicast करने के लिए किया जाता है।
- किसी बड़े समाहरोह को live प्रदर्शन करने के लिए किया जाता है।
- यह पढाई के लियी school, collage और coaching संसथान में ज्यादा उपयोग होता है।
Projector में किस तरह के Lens का उपयोग किया जाता है
आपको बता दे, की Projector में Convex Lens का उपयोग किया जाता है। यह lens दोनों तरफ से outerwards curved होता है, जो की magnifying lens की तरह एक convex lens होता है।
इसमे जब भी projector की light pass की जाती है, तब यह image को बड़े रूप में प्रदर्शित करने में सक्षम होता है। इसमे inverted video या image को projector के भीतर छोड़ा जाता है, जिसके बाद पर्दे पर इनको प्रदर्शित किया जाता है।
Projector का Throw Distance क्या होता है
Projector का Throw Distance उसे कहा जाता है, जिसमे यह देखा जाता है, की Projector से image कितनी दुरी पर प्रदर्शित की जा रही है। यह अलग अलग Projector की अलग दूरी होती है।
सरल शब्दों में कहे तो Projector से जितनी दूर तक image को “thrown” किया जा सकता है, उस दुरी को Projector का Throw Distance कहा जाएगा।
यह Distance Projector में लगे lens के आधार पर निर्धारित की जाती है, उसमे जितनी शक्तिशाली lens होगा वह उसको image उतनी दुरी के लिए प्रदार्शित करने की दक्षता रखता है।
बड़े Projector की दुरी बहुत ज्यादा होती है, इस तरह के Projector को सिनेमा हाल में फिल्मो को दिखाने के लिए किया जाता है।
अंतिम शब्द –
तो आज का यह पोस्ट Projector क्या है? और कैसे काम करता है यही समाप्त करते है। आशा है, की हमारे द्वारा प्रदान की गयी Projector की जानकारी आपको पसंद आई होगी।
इसमे हमने आपको Projector क्या है और यह कितने प्रकार का होता है, इसके बारे में पूरी जानकारी प्रदान की है। यदि आपके मन में Projector से सम्बन्धित किसी तरह के अन्य सवाल है, तो आप इन्हें हमसे कमेंट के माध्यम से जान सकते है।