आज के इस लेख में हम 12 महीनों के नाम Hindi और English में जानने वाले हैं। इसके साथ ही साथ हम यहां इस्लामिक कैलेंडर और हिंदू कैलेंडर के बारे में भी विस्तार से जानेंगे। जैसे की इस्लामिक कैलेंडर की शुरुआत कब और किसने की, हिंदू धर्म का नया साल कौन से महीने में आता है आदि। तो चलिए फिर बिना देर किए इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं, हिंदी में 12 महीना के नाम क्या है –
🔗 Contents
- रोमन कैलेंडर की शुरुआत
- 12 महीना के नाम हिंदी और अंग्रेजी में
- हिंदू कैलेंडर का इतिहास
- इस्लामिक कैलेंडर की शुरुआत – हिजरी कैलेंडर का इतिहास
- इस्लामी 12 महीना के नाम / हिजरी कैलेंडर के महीने
- उर्दू कैलेंडर में महीनों का अर्थ
- 1. मुहर्रम (محرّم):
- 2. सफर (صفر):
- 3. रबी-उल-अव्वल (ربيع الأول):
- 4. रबी-उल-आखिर (ربيع الآخر):
- 5. जमाद-उल-अव्वल (جمادى الأولى):
- 6. जमाद-उल-आखिर (جمادى الآخر):
- 7. रज्जब (رجب):
- 8. शाबान (شعبان):
- 9. रमजान (رمضان):
- 10. शव्वाल (شوّال):
- 11. जुल्काद (ذو القعدة):
- 12. जुल्हिज्ज (ذو الحجة):
- अंतिम शब्द – 12 महीनों के नाम
- 12 महीनों के नाम से संबंधित FAQ
रोमन कैलेंडर की शुरुआत
इसे ग्रेगोरियन कैलेंडर भी कहा जाता है। यह कैलेंडर साल, महीने और दिनों को व्यवस्थित करने का एक तरीका है, जो हमें समय का हिसाब रखने में मदद करता है। इस कैलेंडर की शुरुआत सातवीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुई थी। इस समय रूम के लोग चंद्रमा के चक्र के आधार पर साल का हिसाब रखते थे। उसे समय 1 साल में 10 महीने होते थे, जो 304 दिनों के बराबर होते थे। जिसकी शुरुआत मार्च महीने से होती थी।
बाद में 46 ईसा पूर्व में रोमन शासन जूलियस सीजर ने कैलेंडर में बदलाव किए, उन्होंने दो नए महीने जनवरी और फरवरी ऐड किए और यह बात सुनिश्चित किया कि साल में 304 दिन नहीं बल्कि 365 दिन होता है तथा हर चौथा साल लीप वर्ष का होता है। इसके बाद 16वीं शताब्दी में पोप ग्रेगरी ने जूलियन कैलेंडर में कुछ और नए बदलाव किए जिसमें उन्होंने लीप वर्ष के नियमों को थोड़ा बदल दिया।
12 महीना के नाम हिंदी और अंग्रेजी में
Sr. No. | महीना का नाम | Name of the Month |
---|---|---|
1 | जनवरी | January |
2 | फरवरी | February |
3 | मार्च | March |
4 | अप्रैल | April |
5 | मई | May |
6 | जून | June |
7 | जुलाई | July |
8 | अगस्त | August |
9 | सितंबर | September |
10 | अक्टूबर | October |
11 | नवंबर | November |
12 | दिसंबर | December |
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हिंदू कैलेंडर का इतिहास
हिंदू कैलेंडर को पंचांग भी कहा जाता है, यह एक मुश्किल एवं प्राचीन प्रणाली है जो चंद्रमा और सौर चक्र पर आधारित है। हिंदू कैलेंडर का इतिहास बहुत पुराना है, जिसमें समय-समय पर निरंतर बदलाव हुए हैं। हालांकि हिंदू कैलेंडर की शुरुआत कब हुई इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं है। लेकिन कुछ विद्वानों का कहना है ,कि इसकी शुरुआत 5000 ईसा पूर्व हुई है।
लोगों का मानना है, कि हिंदू कैलेंडर की शुरुआत वेदों में वर्णित ज्योतिषीय अवलोकनों से प्रेरित होकर ऋषियों ने इसे विकसित किया था। यह कैलेंडर समय को चंद्रमा के चक्र के आधार पर मापता है, जिसमें 12 माह यानी महीने होते हैं। इस कैलेंडर में प्रत्येक दिन को तिथि कहा जाता है। जिसमें समानयत: दिनांक और तिथि, शुक्ल पक्ष या कृष्ण पक्ष के आधार पर निर्धारित की जाती है।
हिंदू कैलेंडर में 12 महीना के नाम
Sr. No. | हिंदू कैलेंडर के 12 महीना के नाम हिंदी में | हिंदू कैलेंडर के 12 महीना के नाम अंग्रेजी में |
---|---|---|
1 | चैत्र | Chaitra |
2 | वैशाख | Vaishakh |
3 | ज्येष्ठ | Jyeshtha |
4 | आषाढ़ | Ashadha |
5 | श्रावण | Shravana |
6 | भाद्रपद | Bhadrapada |
7 | आश्वयुज | Ashwayuja |
8 | कार्तिक | Kartika |
9 | मार्गशीर्ष | Margashirsha |
10 | पौष | Paush |
11 | माघ | Magha |
12 | फाल्गुन | Phalguna |
हिंदू कैलेंडर के महीना का अर्थ
हिंदू कैलेंडर में प्रत्येक महीने का अपना महत्व होता है और उसका नाम भारतीय संस्कृति, परंपरा और प्राचीन ऐतिहासिक घटनाओं के आधार पर रखा गया है। जैसे की –
चैत्र – Chaitra: यह साल का पहला महीना है और यही महीना वसंत ऋतु की शुरुआत करता है और यही नवरात्रि के प्रारंभ का महीना भी है।
वैशाख Vaishakha: यह साल का दूसरा महीना है और इसका नाम विशाखा नक्षत्र के आधार पर रखा गया है। इस महीने में विशेष रूप से बैसाखी का त्योहार मनाया जाता है।
ज्येष्ठ – Jyeshtha: यह महीना गर्मी का महीना होता है और धान की फसल का उगाने का समय होता है।
आषाढ़ – Ashadha: यह महीना मानसून की शुरुआत के का महीना होता है। इस महीने में जल के देवता वरुण की पूजा की जाती है।
श्रावण – Shravana: यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और कान्नड़ पूजा और राखी बांधने का समय होता है।
भाद्रपद – Bhadrapada: इस महीने में गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाया जाता है। इसके अलावा इस महीने में ओणम और जन्माष्टमी जैसे त्यौहार भी बनाए जाते हैं।
आश्वयुज / आश्विन – Ashwayuja: इस महीने दीपावली का उत्सव मनाया जाता है और यह पूरा महीना नवरात्रि का होता है इसमें दुर्गा पूजा और दशहरा जैसे त्योहार बनाए जाते हैं।
कार्तिक – Kartika: यह महीना श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का महीना होता है और तुलसी विवाह का उत्सव मनाया जाता है।
मार्गशीर्ष – Margashirsha: इस महीने गीता जयंती मनाई जाती है और कृष्ण का समर्पण किया जाता है।
पौष – Pausha: यह महीना उत्तरायण के प्रारंभ का समय होता है और मकर संक्रांति का महीना होता है।
माघ – Magha: इस महीने माघ मेला मनाया जाता है और विवाहों का समय होता है।
फाल्गुन – Phalguna: यह महीना होली का महीना होता है और वसंत पर्व के समापन का समय होता है।
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इस्लामिक कैलेंडर की शुरुआत – हिजरी कैलेंडर का इतिहास
इस्लामिक कैलेंडर को हिजरी कैलेंडर भी कहा जाता है, क्योंकि इस कैलेंडर की शुरुआत हिजरी की घटना पर ही आधारित है। दरअसल हिजरी का मतलब है, ‘प्रवास करना या यात्रा’। यह घटना इस्लामीक इतिहास का एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह वह दौर था, जब इस्लामी पैगंबर मोहम्मद ने मक्का को छोड़ने का फैसला किया और वह मक्का से हिजरत कर मदीना तशरीफ़ लाएं यानी की वह मक्का से यात्रा करते हुए मदीना आ गए।
इस कैलेंडर की शुरुआत लगभग 622 ईसा पूर्व में हुई और हिजरत के समय को ही इस कैलेंडर का आरंभिक तिथि माना गया। इसी कैलेंडर का इस्तेमाल धार्मिक त्योहारों और महत्वपूर्ण घटनाओं की तारीखों को निर्धारित करने के लिए किया जाता है। यह एक लूनर कैलेंडर है, जिसमें साल में 12 महीने होते हैं और प्रत्येक महीने में 29 या 30 दिन होता है यानी साल में केवल 354 या 355 दिन ही होते हैं, जो की ग्रेगोरियन कैलेंडर की तुलना में 11 दिन काम होते हैं। इसलिए इस्लामी त्यौहार हर साल ग्रेगोरियन कैलेंडर में अलग-अलग तारीखों पर आते हैं।
इस्लामी 12 महीना के नाम / हिजरी कैलेंडर के महीने
Sr. No. | इस्लामी महीना के नाम हिंदी में | हिजरी कैलेंडर के महीने अंग्रेजी में | उर्दू महीना का नाम उर्दू में |
1 | मुहर्रम | Muharram | محرّم |
2 | सफर | Safar | صفر |
3 | रबीउल अव्वल | Rabi’ al-Awwal | رَبِيع ٱلْأَوَّل |
4 | रबीउल आखिर | Rabi’ al-Thani | رَبِيع ٱلثَّانِي |
5 | जुमादिअल अव्वल | Jumada al-Awwal | جُمَادَىٰ ٱلْأَوَّل |
6 | जुमादिअल आखिर | Jumada al-Thani | جُمَادَىٰ ٱلثَّانِي |
7 | रजब | Rajab | رَجَب |
8 | शाबान | Sha’ban | شَعْبَان |
9 | रमजान | Ramadan | رَمَضَان |
10 | शव्वाल | Shawwal | شَوَّال |
11 | जुल कद्दाह | Dhu al-Qi’dah | ذُو ٱلْقَعْدَة |
12 | जुल हिज्जाह | Dhu al-Hijjah | ذُو ٱلْحِجَّة |
उर्दू कैलेंडर में महीनों का अर्थ
इस्लामिक कैलेंडर के 12 महीना के अलग-अलग अर्थ और महत्व होते हैं, जिनके बारे में हम नीचे बात कर रहे है। जैसे कि –
1. मुहर्रम (محرّم):
- यह इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना है।
- इसका मतलब है “पवित्र (पाक)” या “निषिद्ध (हराम)”।
- इस महीने में युद्ध और लड़ाई करना मना है।
- यह महीने मुहर्रम की 10वीं तारीख को आशूरा के लिए जाना जाता है, जो शिया मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण शोक दिवस है।
2. सफर (صفر):
- इसका मतलब है “खाली” या “खालीपन”।
- यह महीना आमतौर पर यात्रा और व्यापार के लिए होता था।
3. रबी-उल-अव्वल (ربيع الأول):
- इसका मतलब है “पहला वसंत” हालाकिं इसका एक और मतलब है “चरना”।
- ऐसे इसलिए क्योंकि इस महीने में मवेशी चराए जाते थे।
- यह महीना पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन के लिए भी जाना जाता है, जिसे ईद-ए-मीलाद-उन-नबी के रूप में मनाया जाता है।
4. रबी-उल-आखिर (ربيع الآخر):
- इसका मतलब है “दूसरा वसंत और आखरी वसंत अल) ”
- इस महीने में कोई विशेष धार्मिक त्योहार नहीं है।
5. जमाद-उल-अव्वल (جمادى الأولى):
- इसका मतलब है “पहला ठंडा”।
- इस महीने में कोई विशेष धार्मिक त्योहार नहीं है।
6. जमाद-उल-आखिर (جمادى الآخر):
- इसका अर्थ है “दूसरा ठंडा”।
- इस महीने में कोई विशेष धार्मिक त्योहार नहीं है।
7. रज्जब (رجب):
- इसका मतलब है “सम्मानित (Respect)”।
- यह दूसरा सबसे पवित्र महीना है।
- इस महीने में भी लड़ाई करना हराम कहा गया है।
- यह महीना तीर्थ यात्रा के लिए जाना जाता है।
8. शाबान (شعبان):
- इसका मतलब है “बिखरा हुआ”।
- यह महीना रमजान का पवित्र महीना शुरू होने से पहले आता है।
- यह साल उसे समय को दर्शाता है जब अरब वासी पानी की तलाश में तीतर- बितर हो गए थे।
9. रमजान (رمضان):
- इसका मतलब है “जलती गर्मी”।
- यह इस्लाम का सबसे पवित्र महीना है।
- इस महीने में मुसलमान सूर्योदय से सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं।
- इस महीने में कोई भी मुसलमान झूठ नहीं बोलता, किसी तरह का कोई गलत काम नहीं करता।
- इस महीने में मुसलमान ग़रीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करते हैं, उन्हें जकात और फितरा देते हैं।
10. शव्वाल (شوّال):
- इसका मतलब है “उठा हुआ”।
- यह महीना रमजान के बाद आता है और ईद-उल-फितर के त्योहार के लिए जाना जाता है।
- इस महीने की पहली तारीख को ईद उल फितर का त्यौहार मनाया जाता है और यही दिन रमजान का अंतिम दिन होता है।
11. जुल्काद (ذو القعدة):
- इसका अर्थ है “बैठने वाला और युद्धविराम”।
- यह एक पाक महीना है, जिसमें युद्ध करने पर मनाही (प्रतिबंध) है
- इस महीने हमला होने पर बचाव की इजाजत है।
12. जुल्हिज्ज (ذو الحجة):
- इसका मतलब है “तीर्थयात्रा का महीना”।
- यह महीना हज यात्रा के लिए जाना जाता है, जो मुसलमानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठानों में से एक है।
- इस महीने की आठवीं, नौवीं और दसवीं तारीख को हज किया जाता है।
- इसी महीने ईद अल-आधा का त्यौहार भी मनाया जाता है यानी बलिदान का त्यौहार।
- यह त्यौहार दसवें दिन शुरू होता है और तेरहवें दिन समाप्त होता है।
- यह इस्लाम का चौथा सबसे पवित्र महीना है, जिसके दौरान युद्ध पर प्रतिबंध है।
अंतिम शब्द – 12 महीनों के नाम
आज का यह लेख यहीं पर समाप्त होता है। आज के इस लेख में हमने जाना की 12 महीनों के नाम: Hindi और English में, इसके साथ ही हमने हिजरी कैलेंडर के महीने और हिंदू कैलेंडर के बारे में भी जानकारी दी है। उम्मीद करते हैं, हमारे द्वारा दिए गई जानकारी आपको अच्छी तरह से समझ आ गई होगी ।
लेकिन यदि इसके बावजूद इस विषय से संबंधित आपको और अधिक जानकारी चाहिए, तो नीचे कमेंट के माध्यम से आप अपनी बात हम तक पहुंचा सकते हैं। और यदि यह लेख पसंद आया हो और यहां दि गई जानकारी आपको यूजफुल लगी हो तो इसे जितना हो सके उतना अधिक शेयर जरूर करें।
12 महीनों के नाम से संबंधित FAQ
उर्दू में कितने महीने होते हैं?
उर्दू कैलेंडर में 12 महीने होते हैं।
हिंदू धर्म में नया साल कब मनाया जाता है?
हिंदू धर्म का नया साल गेस्ट के महीने में मनाया जाता है
हिजरी क्या होती है?
हिजरी का मतलब होता है प्रवास या यात्रा।
इस्लामी धर्म में नया साल कब मनाया जाता है?
इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार मोहर्रम का महीना इस्लामी धर्म का नया साल होता है।
इस्लामी दिनों के नाम क्या है?
इस्लामी दोनों यानी सप्ताह के नाम है इतवार, पीर, मंगल, बुध, जुमेरात, जुम्मा, शनिचरा।